किसमें कराना चाहिए रिजर्वेशन ?
आंध्र प्रदेश के विजयनगरम में दो ट्रेनों की टक्कर में कई बोगियां बेपटरी हो गईं और कई यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई। रेस्क्यू टीम ने ट्रेन के अंदर फंसे कई लोगों को बाहर निकाला है।
ट्रेन हादसे पर सबसे बड़ा सवाल भारत समेत दुनिया के कई देशों में ट्रेनों की सेफ्टी को देखते हुए कई बदलाव किए हैं लेकिन आज भी बड़ा सवाल यही है कि ट्रेन एक्सीडेंट होने पर किस हिस्से में सबसे ज्यादा खतरा रहता है।
ट्रेन का कौन सा डिब्बा सबसे खतरनाक अमेरिका के कई राज्यों में ट्रेन के एक्सीडेंट्स हुए। जिसके बाद जांच की गई कि आखिर ट्रेन एक्सीडेंट्स के बाद उसका कौन सा हिस्सा सबसे ज्यादा सेफ और कौन सा रिस्की होता है?
ट्रेन की बोगी का कौन सा हिस्सा सेफ Nbcnews की रिपोर्ट में रेल सेफ्टी लॉयर लैरी मैन के मुताबिक, दुर्घटना के वक्त ट्रेन का बीच वासा हिस्सा सबसे सुरक्षित होता है। ट्रेन के बीच वाली बोगियां सबसे सेफ होती हैं
ट्रेन का कौन सा हिस्सा ज्यादा खतरनाक फेडरेल रेलवे सेफ्टी एक्ट बुक की राइटर लैरी कहती हैं. ट्रेन एक्सीडेंट के दौरान ट्रेन का अगला या पिछला हिस्सा ज्यादा डैमेज होता है, बीच की बोगी में बैठे यात्री सुरक्षित होते हैं
ट्रेन एक्सीडेंट में किस बोगी में मौत का खतरा लैरी के अनुसार, जांच में मृतकों और घायलों के लोकेशन का पता करने पर देखा गया कि भीषण रेल हादसे में बीच की बोगी में बैठने वालों के शिकार होने का खतरा सबसे कम होता है।
आंध्र प्रदेश रेल हादसा और लैरी सिक्योरिटी मॉडल आंध्र प्रदेश के विजयनगरम में हुए रेल हादसे में दो ट्रेनें टकराईं। एक ट्रेन का पिछला हिस्सा और दूसरी ट्रेन का अगला हिस्सा सबसे ज्यादा डैमेज हुआ है और बीच की बोगियां सुरक्षित हैं।
अगर टिकट पर H1 लिखा है तो फिर आपको कंफ्यूज होने की ज़रूरत नहीं है। जिस तरह चेयर कार के लिए टिकट पर CC लिखा होता है या फिर थर्ड एसी के लिए B3 लिखा होता है वैसे ही फर्स्ट क्लास एसी के लिए टिकट पर H1 लिखा होता है।
अगर टिकट पर H2 लिखा है तो फिर आपको कंफ्यूज होने की ज़रूरत नहीं है। इसका मतलब भी फर्स्ट क्लास एसी है। दरअसल, फर्स्ट एसी दो भाग में होता है। एक भाग में H1 होता है और दूसरे भाग में H2 होता है।